माँ🌹

🌹माँ🌹
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...नानाभाऊ माळी

तुम्ह एक बहेता पानी हो
करुणा की हो जननी माँ
ईश्वर की हो वाणी तुम
किसको सुनाऊ कहानी माँ🌹

हरपलं छाया देनेवली
ईश्वर की हो रचना तुम
प्रेमभाव का घडा हो 
तुम बरगद का हो पेड माँ🌹

जन्मोसे श्वासोमें बसी
अंत तक रहनेवाली तुम
आकाश से पाताल तक
कण कण में हो बसी माँ🌹

धरती सुरज चंद्रमा और
आकाशसे पहले तुम हो माँ
पानी से भी पतला ज्ञान
तेरे कोख से मिला हैं माँ🌹

बादल आये वर्षा लेकर
छाता बनकर खडी हो माँ
हरियांली की चादर तुम
खुशियों का सागर तुम हो माँ🌹

छुने निकले आंसमाँ को
पहली सिडी तुम हो माँ
तुम नां होती इस धरती पर
कभी नां होता जीवन यहा🌹

इस जगत की जननी तुम
तुम ही जीवन ज्योतीमाँ
ईश्वर की हो वाणी तुम
किसको सुनाऊ कहानी माँ🌹
🌷🌷🌷🌷🌷
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...नानाभाऊ माळी
हडपसर,पुणे-४११०२८
दिनांक-८ में २०२२
मातृ दिन की अनेक शुभकामनाये

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